घुटते सपने, a story by Kamini Yadav

घुटते सपने

घुटते सपने “रेनू …..ज़रा सिर की मालिश कर दे, दर्द से फटा जा रहा है” माँ ने रेनू को आवाज़ लगाई। रेनू भागती हुई कमरे से बाहर आई और तेल की शीशी उठाकर माँ के सिरहाने बैठ गयी। मालिश करते हुए वह हमेशा की तरह अपनी सोच में डूब गई ‘आज किसी भी तरह वह […]

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