मन की उड़ान
मन की उड़ान मन की उड़ान मत पूछिए……कभी यह गगन में उड़ता मस्त पंछी है,कभी यह भावनाओं में बहती सुस्त ग्रंथि है ।मन की उड़ान मत पूछिए……इच्छाएं प्रतिपल नई नई आती इसमें,दूर भवन तक सैर कर आती जिसमें ।कभी कोमल तो कभी कठोर बन जाता है,कभी मनोबल को ऊपर तो कभी नीचे ले आता है […]