ईंटों का मकान, a poetry by Priyamvada Goyal, Celebrate Life with Us at Gyannirudra

ईंटों का मकान

ईंटों का मकान जैसे हर मकान कई ईंटों से बना होता हैहम भी कईं छोटी-बड़ी, नयी-पुरानी ईंटों से बने होते हैंजैसे जैसे हम बड़े होते हैं हमारा क़द भी बढ़ता जाता हैनयी ईंटें जो जुड़ती जाती हैंयही तो है जिंदगी की कमाईअपने ख़ुद के आकार को जन्म लेते देखनाशुरू शुरू में हर ईंट का जुड़ना […]

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