आज की नारी, a poetry by Neelam Chhibber

आज की नारी

आज की नारी कहने को बहुत नाम है मेरे देवी, मां, बहन और बेटी।किस्से, कहानी और किताबों में, ये दुनियां सम्मान बहुत है देती ।ख्यालों और कहानी से निकालकर जमीं पर इसको लाना होगा |नारी किसी पुरुष से कम नहीं, इसको हकीकत में दिखलाना होगा |तुम महिला हो, तुम अबला हो, तुम बच्ची हो, रहने […]

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