ओ मेरी लाडो
अपने अंतस का प्रेम जो आँखों से बाहर आ रहा हैउस मोती को शब्द -ब -शब्द लिख रहा हूँये दिल, दिमाग, साँसे अपनी दुनियां ही नहींमैं अपनी आत्मा को तेरे नाम कर रहा हूँ lकुछ दिनों पहले जो ये ख़्वाब देखा था हमें तेरी माँ और मैंनेउसका प्रतिफल हो तुमहमारे लिए कल -आज और कल […]