रंगमंच
रंगमंच से इस जीवन में, लगा किरदारों का मेला है, कुछ हँसते हुए, हँसाते हुए कुछ रोते हुए, रुलाते हुए जाना सबको अकेला है।। मिलते हैं क्षण भर के लिए, उम्मीदों के साये में उम्मीदें ना हों पूरी, तो लगता वो क्षण अधूरा है।। ना कुछ लेकर आये थे, और ना कुछ लेकर जायेंगे ये […]