उम्मीद के जुगनु हौसलों में जलाए रखना, a poetry by Neelam Chhibber

उम्मीद के जुगनु हौसलों में जलाए रखना

उम्मीद के जुगनु हौसलों में जलाए रखना हौसला जो डगमगाए कभी, तो उसे हिम्मत से संभाले रखना।आंख से आंसू ना गिरने पाए, उसे पलकों में दबाए रखना ।ढूंढ लेते हैं बहादुर अंधेरों में भी मंजिल,उम्मीद के जुगनू अपने हौसलों में जलाए रखनाजमीं से जुड़कर रहना, पर नजर आसमान पे रखना ।बुलंद इरादों के तरकश में, […]

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