ऐसी तू बांसुरी
ऐसी तू बांसुरी ऐसी तू बांसुरी। सीधी सरल सुरीली तू। कर्णप्रिय रसीली तू। ऐसी तू बांसुरी। होंठों से छुई तू। हृदये में बस गयी तू। ऐसी तू बांसुरी। मेरी वन्दनी तू। कृष्ण की संगनी तू। ऐसी तू बांसुरी। पंचतत्व से बनी तू। देव लोक की ध्वनि तू। ऐसी तू बांसुरी। मेरा ध्यान तू मेरा योग […]