सीख
सीख मैंने आज उस हिमालय को देखा,उसकी ऊंचाइयों पर जाने का सपना देखापर मार्ग में आने वाली बाधाओं से न जाने क्यों डर गई मैं?चलते-चलते न जाने क्यों बार-बार आज गिरने लगी मैं?पर,जब उस नन्ही चींटी को ऊपर चढ़ते देखा,विश्वास से सारी बाधाओं को लड़ते देखा,मैंने उसे बार – बार गिरते और फिर ऊपर चढ़ते […]