hindi poem

Poetry writing

धर्म धरा

यह  धर्म  धरा  है ,  वसुन्धरा  की  महा प्रान  ।।स्वर्णिम “अतीत” के चित्र , देश भारत महान  ।। हमने इसको इतिहास झरोखों से देखा  ।कहता वैसा ही पुरातत्व विद का लेखा  ।यह  मातृ  भूमि  स्तुत्या  है ,  जननी  समान  ।।यह धर्म  धरा  है ,  वसुन्धरा  की  महा प्रान  ।। यह  वीर  प्रसवनी ,  नीति – […]

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परदेसी

मैं  उनको  करता  शत-शत  प्रणाम ,जिस मिट्टी पर जन्में में कितने वीर महान।।क्यों  ना  उनका   परदेसी   हूं   लेकिन,करता हूं   मैं   उनका   भी   गुणगान।।सच्च   गाने  में   क्या  जाता  है ?जब   वह   है   सच  में  ही  महान ।।जय -जय भारत ,जय- जय भारत,तू   तो   है   मां  भारत   बड़ी   महान।।काश मेरा भी होता उस धरती पर जन्मजहां     होता   तेरा   इतना    सम्मान ।।इस   जन्म  में  तो  तुमसे  रिश्ता  जोड़ा,अगले   जन्म  में  मां  मुझको  भी  तुम-लेना    स्वीकार   कर   बेटा    मान ,ताकि   मैं  भी  खड़ा हो  तिरंगे के  नीचे-गा   सकूं   जन -गण -मन   का  गान  ।। Amit Kumar VansiI am Amit Kr Vansi. I am from a small village of muzaffarpur, Bihar, INDIA. gyaannirudra.com/

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