Poetry writing

अब चलो मान भी जाओ न

अब चलो! मान भी जाओ न क्या मन में मेरे मैल भरा, या दूषित सीरत है मेरी? तुम हर पल मुझसे खफ़ा रहो, क्या फूटी किस्मत है मेरी? व्यथा अगर हो कुछ तेरी, मैं दूर उसे कर जाऊंगा मैं दोषी हूँ क्या? आज बता दो, घुट-घुट न जी पाऊंगा। वो पहले वाले प्रेमगीत, फिर झूम-झूम […]

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