चुनौती, a poetry by Pratibha Singh, Celebrate Life with Us at Gyaannirudra

चुनौती

चुनौती डर मत ,रुक मत ,हार मतमैदान छोड़ कर भाग मत ।।आज समय ने तुझे गिराया है,कल वही तुझे उठाएगा ।।पल भर में खिलौना टूटता हैपल भर में जुड़ जाता है ।।जिंदगी कभी हसाती है ,तो जिंदगी कभी रुलाती है ।।डर मत ,रुक मत ,हार मतमैदान छोड़ कर भाग मत।।आज जीवन में अंधेरा है ,तो […]

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