बेटी
बेटी सब की पसंद नापसंद का खयाल रखती हूं,सब की सारी चीजो को संभाल रखती हूं।मेने रखे थे कहा ख्वाब मेरे में ही भूल जाती हूं,बेटी हूं मै, अकसर खुद को समझा लेती हूं।।बहेना था नदियों मैं, उड़ना था आसमानों में,मुझे मचलना था, इन आजादी की हवाओ मैं ।ये ज़मीं तो बेटों की है, उपकार […]