आदत
बनाकर खुशी को आदत
जिंदगी बनेगी सुहानी
दिन नहीं कटती
जंजीरों से दबकर ।
रेत के जैसी
खुशी के पल
समेटे रखो
हीरे की तरह –
आदत न छोड़ना
जिंदगी को पिरोना
सुरों की अनदेखी तार से ।
खुशहाली आए
मन के प्याले से
छलके जब खुशी
सावन की बूंदें जैसी।
Sheena Sarah Winny is an educator, writer and poet.