पहला प्यार, a poetry by Monika bararia, Celebrate Life with Us at Gyaannirudra

पहला प्यार

पहला प्यार

सावन की पहली बरसात सा होता है पहला प्यार
ओस की बूंद की तरह सतह पर ठहरा सा होता है पहला प्यार……..
वक्त रुक जाता है सब छूट जाता है
बस यादों में वक्त की तरह रुक जाता है पहला प्यार…..
उमंगों की तरह बसता है
रंगों की तरह बिखर जाता है पहला प्यार……
यादों में पन्ने पलटने जैसा होता है
खामोशी में एहसास की तरह होता है पहला प्यार……
खुशबू की तरह महक देता है
दिलों में धड़कनों को बढ़ाने जैसा होता है पहला प्यार……
राधा और कृष्ण की तरह बसता है
उमंगों की छांव में पनपता है पहला प्यार……
लेकिन कुछ भी कहो जिंदगी का पहला प्यार पहला ही होता है…..