एक ही अरमान
ऐ खुदा तू जान ले …ये मेरा अरमान है ,
तू मुझे पहचान ले …. तुझे ये पूरा करना है..
जाउं किसी राह पे ….
चाहे किसी मोड़ पर,
वो मिले मुझे ….वो मिले मुझे वहीं पर।
मन की ख्वाहिशों के सिलसिले चलते रहें ……
उनसे आके उसकी ख्वाहिशें मिलती रहें……
वो न हो पर उसका ही अहसास हो ….
और इस तरह हर वक्त वो मेरे पास हो,
ये ही तो अरमान है ……
और तू भी जाने वो तो मेरी जान है……
ऐ खुदा तू जान ले …..ये मेरा अरमान है ,
तू मुझे पहचान ले …. तुझे ये पूरा करना है..
सामने वो जब मेरे बैठा करे,
होंठों पे चुप आँखें ही बातें करें,
दिल से दिल की जान-पहचान हो यूँ…….
कि शब्द उसके , मै उन्हें आवाज़ दूँ
बस यही अरमान है ….
और तू भी जाने वो तो मेरी जान है……
I am an educator working in the University Library, G.B. Pant University of Agriculture and Technology, Pantnagar, Uttarakhand.